सीसारमा नदी से आवक बनी रहने से 11 फीट क्षमता वाले स्वरूपसागर (पीछाेला) पर साेमवार सुबह चादर चल गई। पिछले साल यह 30 अगस्त काे छलका था। लिंक नहर का गेट बंद कर दिया गया है। अब फतहसागर में मदार नहर से ही आवक हाेगी। इसका गेज 10 फीट 8 इंच हाे गया है और लबालब होने के लिए इसे सवा दाे फीट पानी और चाहिए। मदार के दाेनाें तालाब छलकने का क्रम बना हुआ है।
उधर, 24 फीट भराव स्तर वाले उदयसागर का गेज शाम तक 21 फीट 8 इंच पार हाे गया। आयड़ नदी में बहाव तेज हाेते ही कभी भी इसके गेेट खाेले जा सकते हैं। आकाेदड़ा बांध छलकने से हुई आवक के चलते मानसी वाकल के जलस्तर में करीब 20 सेंटीमीटर की बढ़ाेतरी हुई है। इस बीच शहर में खंड वृष्टि का दौर बना रहा। कैचमेंट से आवक बनी रहने से स्वरूपसागर का गेज सुबह 11 फीट हुआ और धीमी रफ्तार से रपट पर चादर चलने लगी।
लिंक नहर के गेट बंद करने के बाद स्वरूपसागर के जलस्तर में और तेजी से बढ़ाेतरी हुई और शाम हाेते-हाेते इस पर एक इंच की चादर चलने लगी। इससे नजारा और खूबसूरत हाेता नजर आया। दूसरी तरफ मदार नहर से आवक बनी रहने से फतहसागर का जलस्तर शाम तक 10 फीट 8 इंच हाे गया। शहरवासियाें काे फतहसागर ओवरफ्लो देखने के लिए अभी भी सवा दाे फीट पानी और आने का इंतजार करना हाेगा। मदार के दाेनाेें तालाब पर चादर चलने से अभी इसकी पूरी उम्मीद बंधी हुई है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3jB3KoZ
Comments
Post a Comment
Thanks for your reply...