कोविड-19 में प्रदेशभर के 3 लाख से अधिक शिक्षकों ने लगातार एक से डेढ़ माह तक ड्यूटी दी थी। राज्य सरकार के नियमानुसार 91 (1) एवं 92 (ख) के अनुसार शिक्षकों को तीन दिवस कार्य करने पर एक उपार्जित अवकाश ( पीएल) देने के नियम हैं लेकिन प्रदेशभर के एसडीएम व कलेक्टर्स में से महज कुछ अधिकारियों ने ही पीएल दी है। ऐसे में शिक्षकों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। कोविड-19 में ग्रीष्मअवकाश के दौरान प्रदेशभर के शिक्षकों ने 15-15 दिन के अंतराल से विभिन्न कार्यों में ड्यूटी दी थी।
इसके तहत बहुत से शिक्षकों ने एक से डेढ़ माह तक ड्यूटी दी है। नियमों के अनुसार जो अधिकारी शिक्षकों को ड्यूटी लगाते हैं वे ही उक्त शिक्षकों को पीएल जारी करने के निर्देश देते हैं। प्रदेश के गिने-चुने एसडीएम ने ही अभी पीएल देने के निर्देश दिए हैं। इसको लेकर शिक्षक हर जिले में ज्ञापन दे रहे हैं।
सीकर जिले में भी दांतारामगढ़, लक्ष्मणगढ़ व रामगढ़ शेखावाटी तहसील के एसडीएम ने अभी तक शिक्षकों के पीएल के निर्देश जारी नहीं किए हैं। मामले में राजस्थान शिक्षक संघ (शेखावत) के प्रदेश महामंत्री उपेंद्र शर्मा का कहना है कि सेवा नियमों की पालना के लिए भी शिक्षकों को अधिकारियों के पास चक्कर लगाने पड़ते हैं। अधिकारियों को अविलम्ब पीएल के आदेश करने चाहिए।
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